॥ चलो मन वृन्दावन की ओर ॥
॥ राम सियाराम जय जय राम ॥
॥ शिरडी वाले सांई राम ॥
॥ किशोरी कुछ ऎसा इंतजाम हो जाये ॥
॥ तेरी मुरली पे जाऊँ बलिहार ॥
॥ बृज गोपिका मीरा ॥
॥ श्री राम भजन ॥
॥ मेरे नटवर नन्द किशोर ॥
॥ सुन्दर काण्ड ॥
॥ एक डाल दो पंछी बैठा ॥
॥ बरसाने वाली राधे ॥
॥ होली खेल रहे बाँकेबिहारी ॥
॥ कान्हाने माखन भावे रे ॥
॥ युगल रस ॥
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